मध्यप्रदेश के किसान भाइयों के लिए खुशखबरी है। MP में मानसून आखिरकार पहुंच चुका है। 16 जून 2025 को दक्षिण-पश्चिम मानसून ने बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर जिलों से राज्य में प्रवेश किया। मौसम विभाग के मुताबिक इस बार प्रदेश में 106% तक बारिश होने की संभावना है, जो सामान्य से कहीं अधिक है।
🌦️ आपके जिले में कितनी बारिश होगी? (बारिश अनुमान 2025)
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, इस बार MP में मानसून के दौरान निम्न जिलों में होगी भारी बारिश:
संभाग / जिला | अनुमानित वर्षा (2025) |
---|---|
जबलपुर, मंडला, बालाघाट | 160% तक |
शहडोल, सागर | 140% तक |
भोपाल, इंदौर, उज्जैन | 125% तक |
ग्वालियर, चंबल | 120% तक |
🔎 इन आंकड़ों से साफ है कि इस बार MP में मानसून खेती और जल भंडारण के लिहाज़ से शानदार रहने वाला है।
🌱 MP में मानसून और खेती पर इसका असर
- सोयाबीन, मक्का और धान जैसी खरीफ फसलों की बुवाई समय पर हो सकेगी।
- अच्छी वर्षा से मिट्टी में नमी बनी रहेगी, जिससे उत्पादन बढ़ेगा।
- किसानों को सिंचाई पर कम खर्च करना पड़ेगा।
- पिछले साल बारिश अच्छी हुई थी और परिणामस्वरूप प्रति हेक्टेयर उत्पादन में 15–20% की वृद्धि हुई थी। इस बार भी ऐसी ही उम्मीदें हैं।
📉 पिछले वर्षों में MP में मानसून कैसा रहा?
वर्ष | औसत बारिश (इंच) | स्थिति |
---|---|---|
2017 | 29.9 | बहुत कम बारिश |
2019 | 45.6 | जबरदस्त मानसून |
2024 | 44.1 | सामान्य से अधिक |
📊 पिछले सालों से तुलना करें तो MP में मानसून की स्थिति अब बेहतर हो रही है।
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📢 निष्कर्ष
मानसून ने इस बार उम्मीदों से बेहतर शुरुआत की है। यदि मौसम विभाग का अनुमान सही बैठता है, तो यह साल खेती के लिए बेहद लाभकारी रहेगा। किसानों को अब बारिश पर ज्यादा निर्भर नहीं रहना पड़ेगा – क्योंकि समय पर मानसून से फसलें अच्छी होंगी, उत्पादन बढ़ेगा और मुनाफा भी।