मध्यप्रदेश में मानसून अब भी अपना असर दिखा रहा है। मौसम विभाग ने ताजा MP Weather Alert जारी करते हुए बताया है कि 1 अक्टूबर 2025 से प्रदेश में एक नया वेदर सिस्टम एक्टिव होने जा रहा है। इसके चलते कई जिलों में तेज बारिश के आसार बन रहे हैं। खास बात यह है कि यह नया सिस्टम दशहरे के दिन यानी 2 अक्टूबर को भी बारिश लेकर आ सकता है।
अब तक की बारिश और वर्तमान सिस्टम की स्थिति
वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र (Low Pressure Area) के कारण प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है। बीते 24 घंटों में प्रदेश के अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें गरज-चमक और तेज हवा के साथ बारिश की संभावना जताई गई है।
1 अक्टूबर से एक्टिव होगा नया वेदर सिस्टम
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 1 अक्टूबर से एक नया वेदर सिस्टम सक्रिय होगा, जिससे प्रदेश के कई इलाकों में दोबारा तेज बारिश देखने को मिल सकती है। इसका असर दशहरे (2 अक्टूबर) तक रह सकता है।
प्रभावित जिले:
- भोपाल
- इंदौर
- जबलपुर
- धार
- बड़वानी
- रतलाम
- उज्जैन
- छिंदवाड़ा
- सागर
- दमोह
- मंडला
- सिवनी
- बैतूल
इन जिलों में कहीं हल्की, तो कहीं तेज बारिश के साथ बिजली गिरने और आंधी चलने की चेतावनी भी दी गई है।
बारिश से फसलों को नुकसान | किसान रहें सतर्क
बारिश का असर किसानों पर भी पड़ा है। धार के मनावर और बड़वानी के सेंधवा में हुई तेज बारिश से मक्के की फसलें डूब गईं, वहीं कई जगहों पर सोयाबीन की कटाई प्रभावित हुई है।
प्रमुख नुकसान:
- खेतों में जलभराव से फसलें सड़ने लगीं
- कटाई में देरी से गुणवत्ता पर असर
- मंडियों में आवक घटने की संभावना
👉 किसानों को सलाह दी जा रही है कि वे मौसम विभाग के MP Weather Alert पर ध्यान दें और खेतों की तैयारी उसी अनुसार करें।
कहां-कहां से विदा हो चुका है मानसून?
मौसम विभाग के अनुसार, अब तक मध्यप्रदेश के 12 जिलों से मानसून की विदाई हो चुकी है। इनमें शामिल हैं:
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- ग्वालियर
- मुरैना
- भिंड
- श्योपुर
- दतिया
- गुना
- शिवपुरी
- नीमच
- मंदसौर
- आगर-मालवा
- रतलाम
- राजगढ़ (कुछ हिस्से)
- अशोकनगर (कुछ हिस्से)
🌤️ अनुमान है कि 5 अक्टूबर तक पूरा प्रदेश मानसून से मुक्त हो जाएगा, लेकिन नया सिस्टम बनने से यह तारीख आगे भी बढ़ सकती है।
MP में औसत से ज्यादा हुई बारिश | जानिए आंकड़े
- मध्यप्रदेश में अब तक औसत 45 इंच बारिश हो चुकी है
- जबकि सामान्य औसत: 37.2 इंच
- इस प्रकार 122% वर्षा दर्ज की गई है
👉 यह दर्शाता है कि इस साल मानसून अधिक सक्रिय रहा है, जिससे जल स्तर में सुधार जरूर हुआ है लेकिन फसल नुकसान भी देखने को मिल रहा है।
अगले 24 घंटे के लिए येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने MP Weather Alert के तहत अगले 24 घंटे के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इसमें तेज बारिश, बिजली गिरने और हवा के साथ गरज-चमक की संभावना शामिल है। लोगों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
निष्कर्ष: MP Weather Alert पर रखें नजर
MP Weather Alert के अनुसार 1 अक्टूबर से नया सिस्टम प्रदेश में बारिश की वापसी करा सकता है। ऐसे में आम जनता, विशेष रूप से किसान भाइयों को सतर्क रहने की जरूरत है। यह बारिश जहां जलस्तर के लिए फायदेमंद हो सकती है, वहीं फसलों को नुकसान भी पहुंचा सकती है।
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