लहसुन की ऐसी वैरायटी जो सबको कर देगी हैरान – G-7 Super Garlic
लहसुन भारत की प्रमुख रबी फसलों में से एक है। गेहूं, चना और प्याज की तरह लहसुन की भी खेती किसानों के लिए महत्वपूर्ण आय का स्रोत है। परंपरागत किस्मों में अक्सर रोग लगने से उत्पादन प्रभावित होता है। इसी समस्या का समाधान करते हुए कृषि वैज्ञानिकों ने नई लहसुन वैरायटी G-7 कालीसिंध सुपर (New Garlic Variety) विकसित की है, जो उच्च उत्पादन और रोग प्रतिरोधक क्षमता के कारण किसानों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है।
G-7 कालीसिंध सुपर वैरायटी की पैदावार
- यह किस्म विशेष रूप से मध्य प्रदेश के पश्चिमी जिलों के किसानों के लिए लाभकारी मानी जा रही है।
- थ्रीप्स, जड़गलन, झुलसा व जलेबी रोग के प्रति इसकी सहनशीलता अधिक है।
- सामान्य परिस्थितियों में यह किस्म 18 से 24 क्विंटल प्रति बीघा तक पैदावार देती है।
बुवाई का समय और बीज दर
- बुवाई का उपयुक्त समय: 15 अक्टूबर से 15 नवंबर।
- बीज दर: 130 से 140 किलो प्रति बीघा।
- फसल अवधि: 120 से 125 दिन।
- सिंचाई की आवश्यकता: लगभग 6 से 8 बार।
G-7 कालीसिंध सुपर वैरायटी की प्रमुख विशेषताएं
- रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक – थ्रीप्स, झुलसा, जड़गलन और जलेबी रोग से बचाव करती है।
- उच्च उत्पादन क्षमता – प्रति बीघा 24 क्विंटल तक उपज देती है।
- एकसमान आकार की गांठें – जिससे बाजार में अच्छी कीमत मिलती है।
- लंबी भंडारण क्षमता – यह वैरायटी 10 महीने तक सुरक्षित रखी जा सकती है।
किसानों के लिए लाभ
इस नई किस्म की सबसे बड़ी खासियत यही है कि यह कम समय में अधिक उत्पादन देती है और रोगों से सुरक्षित रहती है। भंडारण की क्षमता भी अन्य किस्मों की तुलना में बेहतर है, इसलिए किसानों को लंबे समय तक फायदा मिलता है।
निष्कर्ष
यदि किसान लहसुन की नई और आधुनिक वैरायटी अपनाना चाहते हैं तो G-7 कालीसिंध सुपर एक बेहतरीन विकल्प है। यह किस्म न केवल उत्पादन बढ़ाती है बल्कि भंडारण और रोग प्रतिरोधी क्षमता के कारण किसानों की लागत भी कम करती है।
❓ लहसुन G-7 कालीसिंध सुपर वैरायटी से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQ)
Q1. लहसुन की G-7 कालीसिंध सुपर किस्म की बुवाई कब करनी चाहिए?
👉 इस किस्म की बुवाई का सही समय 15 अक्टूबर से 15 नवंबर तक है।
Q2. G-7 कालीसिंध सुपर लहसुन की फसल कितने दिनों में तैयार होती है?
👉 यह किस्म लगभग 120 से 125 दिन में तैयार हो जाती है।
मिलेगी सभी नई कृषि योजनाओं, सब्सिडी और लोन की पूरी जानकारी 💰🌾
Q3. इस वैरायटी की औसत पैदावार कितनी होती है?
👉 सामान्य परिस्थितियों में किसान 18 से 24 क्विंटल प्रति बीघा तक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
Q4. क्या G-7 कालीसिंध सुपर रोग प्रतिरोधक है?
👉 हाँ, यह किस्म थ्रीप्स, जड़गलन, झुलसा और जलेबी रोग के प्रति सहनशील है।
Q5. G-7 कालीसिंध सुपर लहसुन कितने समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है?
👉 इस किस्म को 10 महीने तक भंडारण किया जा सकता है और यह खराब नहीं होती।
Q6. बीज दर कितनी रखनी चाहिए?
👉 बुवाई के लिए 130 से 140 किलो बीज प्रति बीघा आदर्श माना जाता है।
तो फिर देर किस बात की! अभी हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें और लाभ उठाएं 📲