Pea Cultivation: अगेती मटर और अश्वगंधा की उन्नत खेती के लिए यह है सही समय और तकनीक

यदि आप खेती से अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं तो यह समय है मटर और अश्वगंधा की उन्नत किस्मों की बुवाई का। खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ सोयाबीन, मक्का, मूंग या उड़द की कटाई हो चुकी है, वहाँ किसान Pea Cultivation और अश्वगंधा की खेती करके अधिक उत्पादन ले सकते हैं।

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Pea Cultivation: मटर की खेती की सही रणनीति

✔️ मौसम और बुवाई का समय:

  • शीघ्र पकने वाली किस्में: बुवाई सितंबर के अंतिम सप्ताह से अक्टूबर के पहले सप्ताह तक करें।
  • मध्यम व देरी से पकने वाली किस्में: बुवाई अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में करें।

✔️ मटर की उन्नत किस्में (Varieties for Pea Cultivation):

प्रकारपकने की अवधिलोकप्रिय किस्में
शीघ्र पकने वाली60-65 दिनआर्किल, जवाहर मटर-3, पंत मटर-2, काशी नंदिनी
मध्यम अवधि85-90 दिनबोनविले, काशी शक्ति, जवाहर मटर-4
देरी से पकने वाली100-110 दिनआजाद मटर-1, जवाहर मटर-2

✔️ बीज दर (Seed Rate):

  • शीघ्र पकने वाली किस्में: 100-120 किलोग्राम/हेक्टेयर
  • मध्यम और देर से पकने वाली किस्में: 80-90 किलोग्राम/हेक्टेयर

✔️ बीज उपचार:

  1. कार्बेन्डाजिम + मैन्कोजेब (2 ग्राम प्रति किलो बीज)
  2. इसके बाद राइजोबियम कल्चर (10 ग्राम प्रति किलो बीज)

✔️ खाद व उर्वरक प्रबंधन:

  • गोबर की खाद: 15-20 टन/हेक्टेयर
  • यूरिया: 40 किलो
  • सिंगल सुपर फास्फेट: 375 किलो
  • म्यूरेट ऑफ पोटाश: 50 किलो

👉 इन उर्वरकों को अंतिम बखरनी के समय मिट्टी में मिला देना चाहिए।

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अश्वगंधा की खेती: आयुर्वेदिक फसल से बेहतर आमदनी

✔️ मिट्टी और खेत की तैयारी:

  • बलुई दोमट या हल्की रेतीली मिट्टी सर्वोत्तम मानी जाती है।
  • 2-3 बार जुताई करके खेत को समतल करें।

✔️ अश्वगंधा की उन्नत किस्में:

  • जवाहर अश्वगंधा-20, राजविजय अश्वगंधा-90, पोषिता, सिम्पुष्टि

✔️ बुवाई विधि:

  • कतार से कतार की दूरी: 22-25 सेमी
  • पौध से पौध की दूरी: 4-6 सेमी
  • बीज की गहराई: 2-3 सेमी

✔️ बीज दर:

  • कतार में बुवाई के लिए 4-5 किलो बीज प्रति एकड़

✔️ खाद की मात्रा:

  • गोबर की खाद: 8-10 क्विंटल प्रति हेक्टेयर

✔️ उत्पादन:

  • एक हेक्टेयर से औसतन 3-5 क्विंटल अश्वगंधा की जड़ें प्राप्त होती हैं।

किसान भाइयों के लिए सुझाव:

  • मटर और अश्वगंधा दोनों ही कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली फसलें हैं।
  • Pea Cultivation का सही समय और किस्म का चयन करके आप उच्च गुणवत्ता और मात्रा दोनों प्राप्त कर सकते हैं।
  • सरकार द्वारा दिए गए कृषि विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करके आप उत्पादन और लाभ में वृद्धि कर सकते हैं।

Conclusion: Pea Cultivation और अश्वगंधा से बनाएं खेती को लाभकारी

Pea Cultivation और अश्वगंधा की खेती के लिए सितंबर-अक्टूबर का समय सबसे उपयुक्त है। उन्नत किस्में, वैज्ञानिक बुवाई विधि, और सही खाद प्रबंधन अपनाकर किसान आसानी से बंपर उत्पादन ले सकते हैं। यदि आप खेती को व्यवसायिक रूप देना चाहते हैं, तो यह समय है अपने खेत में बदलाव लाने का।

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