Pyaj export news – बांग्लादेश में प्याज 120 टका पार: तस्करी बढ़ी, भारत से एक्सपोर्ट पर सबकी नजरें!

नमस्कार किसान भाइयों।
आज की बात कुछ अलग है… और कहें तो थोड़ी भारी भी।
कई दिन से आप में से दर्जनों किसान भाई पूछ रहे हैं—“भाई, प्याज का क्या हो रहा है? बांग्लादेश भेजना कब शुरू होगा?”
अब देखिए, सवाल छोटा है लेकिन इसमें उम्मीद, चिंता और थोड़ा-सा गुस्सा सब कुछ छिपा है।

📢 किसान भाइयों के लिए ज़रूरी सूचना!
हमारे WhatsApp Channel से जुड़ें और रोज़ाना पाएं ताज़ा मंडी भाव, खेती टिप्स और सरकारी योजनाओं की जानकारी सबसे पहले! 🌾📲

तो चलिए, विस्तार से बताते हैं—क्योंकि बात सिर्फ प्याज की नहीं, आपकी मेहनत और देश के हालात की भी है।

बांग्लादेश में प्याज की मारामारी: रेट उछलकर 120 टका तक

बांग्लादेश की दुकानों पर प्याज की कीमतें इतनी तेज़ भागी हैं कि लोगों की आंखें भी चढ़ गईं।
खुदरा बाज़ार में अब प्याज 100 से 120 टका किलो बिक रहा है। और होलसेल में भी 60 टका पार कर गया।

बात बस यही नहीं है कि दाम बढ़े हैं—बात ये है कि लोगों को सस्ती प्याज नहीं मिल रही और व्यापारी टकटकी लगाए भारत की तरफ देख रहे हैं।
“कब आयात खुलेगा?”, यही सवाल वहां भी गूंज रहा है।

जब आधिकारिक रास्ता बंद हो… तो पिछला दरवाज़ा खुलता है

अब मुद्दा गंभीर है—सीधा निर्यात तो रुक गया है, लेकिन प्याज फिर भी जा रही है।
कैसे?

मेघालय और शिलांग के रास्ते से तस्करी।
हां, ये सच है।

मराठवाड़ा के कुछ किसानों और पत्रकारों ने मिलकर एक स्टिंग किया।
बांग्लादेश के व्यापारियों से WhatsApp पर बात की गई।
साफ जवाब मिला—”सरकारी आयात भले बंद हो, आप भेजो प्याज, यहां पहुंच जाएगा।”

ऐसा नहीं कि पहली बार हो रहा है। जब भी सीमा बंद होती है या सरकारें चुप बैठती हैं, स्मगलर एक्टिव हो जाते हैं।
जनवरी 2024 में 2700 किलो प्याज बीएसएफ ने पकड़ा।
फरवरी में ये बढ़कर 10,780 किलो हो गया।
यहां तक कि तस्करों ने BSF जवानों पर हमला भी कर दिया था—एक की जान भी चली गई।

अब सवाल उठता है—इससे फायदा किसको?
ना किसान को, ना व्यापारी को, सिर्फ तस्करों को।
₹15 में खरीदकर दोगुने दाम पर बांग्लादेश में बेच रहे हैं।

नासिक प्याज की बांग्लादेश में दीवानगी

बांग्लादेशी लोग नासिक का कांदा बहुत पसंद करते हैं।
क्योंकि उसमें तीखापन है, टेस्ट है।
चीन का प्याज भेज दो, तो भी वो मुंह बनाते हैं।
उन्हें चाहिए इंडिया का, और खासकर नासिक का प्याज।

पर सोचिए—हमारे यहां के किसान, जो महीनों खेत में झुलसते हैं, बारिश झेलते हैं, खर्च करते हैं—उनका फायदा कौन ले रहा है?
सरकार चुप, मंडी सुस्त, तस्कर मस्त।

भारत और बांग्लादेश दोनों जगह किसान परेशान

मध्य प्रदेश के रतलाम, नीमच, उज्जैन…
महाराष्ट्र के शिरडी, जालना, लासलगांव…

कहीं बारिश से नुकसान, कहीं दाम इतने गिर गए कि लागत भी नहीं निकली।

उधर बांग्लादेश में भी यही हाल है।
किसानों को मंडी में अच्छा रेट नहीं मिल रहा, तो वो प्याज लाना ही बंद कर चुके हैं।
इसलिए अभी स्टॉक है—पर अगस्त के आखिर तक वो भी खत्म हो जाएगा।

और जब लोकल प्याज खत्म होगा, तब मांग और बढ़ेगी।

📢 किसान भाइयों - विशेष सूचना!
सरकारी योजनाओं की जानकारी सबसे पहले पाने के लिए अभी जुड़ें हमारे विशेष WhatsApp ग्रुप से!
मिलेगी सभी नई कृषि योजनाओं, सब्सिडी और लोन की पूरी जानकारी 💰🌾

श्याम बाजार ढाका से रेट्स की झलक

कुछ यूबर और लोकल व्यापारियों के हवाले से जो रेट्स सामने आए वो इस तरह हैं:

  • राजशाही देशाल – 53-54 टका (₹40-41)
  • फरीदपुर हाइब्रिड – 58 टका (₹44)
  • पाबना हाइब्रिड – 56-57 टका (₹44)
  • सुखसागर मोटा – 55 टका (₹41-42)
  • सुखसागर बारीक – 45 टका (₹34-35)
  • किंग मिक्स – 46-47 टका (₹35-36)

1 टका = ₹0.77 के हिसाब से
अब आप ही सोचिए, इतने रेट पर भी वहां की जनता हलकान है।

क्या भारत से प्याज का एक्सपोर्ट जल्द शुरू होगा?

अब असली सवाल यही है।

सूत्रों की मानें तो बांग्लादेश सरकार तब तक आयात नहीं खोलेगी जब तक होलसेल रेट 60-65 टका तक नहीं पहुंचता।
फिलहाल रेट 50-55 टका पर है—यानि बहुत पास है।

कुछ व्यापारियों का कहना है कि “आईपी तैयार है”, बस सरकार की हरी झंडी चाहिए।
अंदर की खबर ये भी है कि अगस्त के दूसरे या तीसरे हफ्ते में निर्यात शुरू हो सकता है।

और अगर ऐसा हुआ, तो यह भारत के किसानों के लिए बड़ी राहत होगी।

सरकारें चुप हैं, उम्मीद ज़िंदा है

अब तक न भारत ने कुछ कहा, न बांग्लादेश ने।

कोई आधिकारिक नोटिफिकेशन नहीं है।
लेकिन चावल, अदरक जैसे दूसरे उत्पाद भेजे जा रहे हैं—तो उमीद यही है कि प्याज की बारी भी आएगी।

अंत में बस यही कहेंगे…

अगर प्याज का एक्सपोर्ट शुरू हुआ, तो फायदा दोनों तरफ होगा।
भारत के किसानों को सही रेट मिलेगा,
बांग्लादेश के लोगों को राहत।

और ये तस्करी जो हो रही है, उसका कोई अंत भी आएगा।

प्याज एक्सपोर्ट न्यूज से जुड़ी हर ताज़ा जानकारी के लिए farm hindi से जुड़े रहिए।

तब तक खेतों में पसीना बहाते रहिए, वक्त बदलेगा।
जय किसान।

नमस्ते दोस्तों! 🙏 मैं राहुल पाटीदार, FarmHindi.com से जुड़ा हूँ, जहाँ हम कृषि, मंडी भाव, सरकारी योजनाओं और ग्रामीण विकास से जुड़ी विश्वसनीय, शोध-आधारित जानकारी आप तक पहुँचाते हैं। हमारी टीम विशेषज्ञों द्वारा सत्यापित तथ्यों और आसान भाषा में लिखे गए लेख प्रकाशित करती है, जो किसानों और गाँवों से जुड़े लोगों के लिए हर दिन उपयोगी साबित होते हैं।हम रोज़ाना देशभर की प्रमुख मंडियों जैसे इंदौर, उज्जैन, नीमच आदि के प्याज, लहसुन और अन्य फसलों के ताज़ा रेट भी फोटो सहित उपलब्ध कराते हैं। इसके साथ ही, हम विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी भी प्रदान करते हैं, जो किसानों के लिए लाभकारी हो सकती हैं।अगर आपको हमारा काम पसंद आता है, तो कृपया इसे अधिक से अधिक लोगों के साथ साझा करें और नवीनतम जानकारी पाने के लिए हमारे व्हाट्सऐप चैनल से जुड़ें। आपका सहयोग हमारे लिए प्रेरणा है! 🌱

📣 किसान भाइयों!
क्या आप रोज़ाना के ताज़ा मंडी भाव अपने मोबाइल पर पाना चाहते हैं?
तो फिर देर किस बात की! अभी हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें और लाभ उठाएं 📲

Leave a Comment